किसी भी देश को आगे बढ़ने के लिए, देश का नागरिकों को शिक्षित होना जरूरी होता है। भारत को आज भी एक विकासशील देश माना जाता। इसका सबसे बड़ा कारण है शिक्षा व्यवस्था। भारत का शिक्षा व्यवस्था अंतिम बार 1986 को परिवर्तन किया गया था। और 1992 में इस शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया गया था। इसके बावजूद भी इस नीति में कुछ कमियां थी।
Nayi Sikhsha Nithi Main 5+3+3+4 Kiya Hai? |
नई शिक्षा नीति में 5+3+3+4 क्या है?
पुराने शिक्षा नीति के अनुसार 10 + 2 संरचना का पालन किया जाता था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदु यह है कि नई शिक्षा नीति को चार स्तरों में विभाजित किया गया है। इस नीति को बच्चे की 3-8, 8-11, 11-14, और 14-18 उम्र के लिए 4 विभिन्न समय-सीमाओं में विभाजित किया गया है। 5+3+3+4 का सीधा मतलब 5 साल, 3 साल, 3 साल और 4 साल है।नई शिक्षा नीति में 5+3+3+4 संरचना यह है कि स्कूल के पहले 5 साल में 3 साल का प्री-प्राइमरी स्कूल और 2 साल का कक्षा एक और दो के साथ-साथ फाउंडेशन कोर्स भी कराया जाएगा। इस चरण में अगले 3 साल को कक्षा 3 से 5 की तैयारी के लिए शामिल किया गया है। अगले 3 साल, मध्य चरण, यानी कक्षा 6 से 8 तक का कार्यक्रम को शामिल किया गया है। अंत के 4 साल को कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई के लिए निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा स्कूलों में साइंस स्ट्रीम आर्ट्स स्ट्रीम और कॉमर्स स्ट्रीम के लिए कोई कठोर नियम नहीं होगा। विद्यार्थी चाहे तो किसी भी स्ट्रीम से कोई भी विषय उठा सकते है।
नई शिक्षा नीति के अनुसार स्कूली शिक्षा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदु के अनुसार पांचवी कक्षा तक छात्रओं को मातृभाषा, स्थानीय भाषा और राष्ट्रीय भाषा में अध्ययन दिया जाएगा। इन भाषाओं में से एक चुनने के लिए छात्रों को किसी प्रकार का बाध्यता नहीं होगी। वे चाहे तो संस्कृत और अन्य प्राचीन भाषाओं का भी चयन कर सकते हैं। कक्षा दसवीं में बोर्ड परीक्षा की अनिवार्य को खत्म कर दिया जाएगा। छात्रओं को अब सिर्फ 12वीं परीक्षा देनी होगी।इसके अलावा स्कूली छात्रों को खेल-कूद, योग, नृत्य, मार्शल आर्ट जैसे कार्यक्रम से जोड़ने के लिए उत्साहित किया जाएगा।नई शिक्षा नीति के अनुसार स्नातक डिग्री
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदु के अनुसार स्नातक डिग्री 3 साल या 4 साल का होगा। हायर एजुकेशन लेने वाले छात्रों के लिए 4 साल का स्नातक डिग्री अनिवार्य है। वहीं अगर कोई छात्र 3 साल का डिग्री करता है तो उसे हायर एजुकेशन करने का मौका नहीं मिलेगा। छात्रों को स्नातक डिग्री में पहले वर्ष खत्म करने के बाद सर्टिफिकेट, दूसरी वर्ष खत्म करने के बाद डिप्लोमा की मान्यता दी जाएगी। वही तीसरी और चौथी वर्ष खत्म करने के बाद छात्रों को स्नातक डिग्री का मान्यता दिया जाएगा। 4 साल का डिग्री करने वाले विद्यार्थी एक ही साल में अपना M.A की डिग्री को पूरा कर पाएंगे। पीएचडी करने के लिए MPhil की अनिवार्यता को खत्म कर दिया जाएगा। M.A करने के बाद छात्र सीधे ही PHD कर पाएंगे।1 वर्ष पढ़ाई के बाद यदि कोई छात्र पढ़ाई छोड़ देता है तो वे फिर कुछ समय के बाद वहीं से दोबारा पढ़ाई शुरू कर सकता है। यदि कोई छात्र पढ़ाई के बीच ही अपने कोर्स को बदलना चाहता है और दूसरे कोर्स में शामिल होना चाहता है। तो वह सीमित समय के बाद दूसरे कोर्स में शामिल हो सकता है।
नई शिक्षा नीति इन हिंदी PDF
नई शिक्षा नीति के बारे में हिंदी में अधिक जानने के लिए आप NEP की ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते हैं। इसके अलावा आप उनके द्वारा जारी किया गया नोटिफिकेशन के ज़रिए भी नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। नई शिक्षा नीति में 5+3+3+4 क्या है? इसके बारे में अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक से आप PDF को डाउनलोड कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
ईस ब्लॉक पोस्ट में अपने जाना है कि नई शिक्षा नीति में 5+3+3+4 क्या है? यदि आपको यह ब्लॉक पोस्ट अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। पोस्ट को यहां तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।यह भी पड़े